2.कृषि ( लघु उत्तरीय प्रश्न )


1. भारत को कृषि प्रधान देश क्यों कहा जाता है ?

उत्तर ⇒ भारत की 51 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर ही निर्भर है। सकल घरेलू उत्पादन में भी इसका योगदान लगभग 13.7 प्रतिशत है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के रीढ़ की हड्डी मानी जाती है। यही कारण है कि भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है।


2. भारतीय कृषि की विविधता को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक कौन-से हैं ? समझावें।

उत्तर ⇒भारतीय कृषि की विविधता को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं—

वर्षा की मात्रा-इसके आधार पर अलग – अलग जगहों पर अलग-अलग फसलें उपजाई जाती हैं। मिट्टी के प्रकार विविधता को मृदा भी प्रभावित करती है, जैसे—काली मृदा में कपास, जलोढ़ में धान इत्यादि।

कृषि-पद्धति की विविधता – प्रत्येक स्थान पर कृषि कार्य की पद्धति अलग-अलग होती है। ये सभी विविधता प्रदान करती हैं।


3. कृषि को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ क्यों कहा जाता है ?

उत्तर ⇒भारतीय अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। देश की कुल जनसंख्या का 70% लोग कृषि से जुड़े हैं। इनका जीवन-यापन कृषि से होता है। खाद्यान्न की आपूर्ति कृषि उपज से होती है।भारत की राष्ट्रीय आय का बड़ा भाग कृषि से प्राप्त होती है। उद्योगों के लिए कच्चे माल की प्राप्ति कृषि से होती है। जैसे कपास, जूट, गन्ना, चाय, दलहन, तेलहन आदि। इस प्रकार कृषि देश के औद्योगिक विकास का आधार भी है।


4. भारतीय कृषि की निम्न उत्पादकता के किन्हीं चार कारणों का उल्लेख करें।

उत्तर ⇒ भारतीय कृषि की निम्न उत्पादकता के निम्नलिखित कारण हैं –

(i) अधिकतर क्षेत्रों में अभी भी कृषि परंपरागत तरीकों से ही किए जाते हैं।
(ii) कृषि का मानसूनी वर्षा पर निर्भर रहना, फलतः कभी अतिवृष्टि तो कभी अनावृष्टि से उत्पादकता प्रभावित होती है।

(iii) भारत के अनेक भागों में अभी भी कषि के अत्याधुनिक तकनीक, रासायनिक उर्वरक आदि का कम प्रयोग होने से उत्पादन कम होता है।
(iv) भारत में जनसंख्या अधिक होने के कारण निर्वाह कषि की जाती है। कृषि पर अधिक जनसंख्या का बोझ रहते हए भी उत्पादन नहीं हो पाता है।


5. भारतीय कृषि की दो सबसे बड़ी समस्या लिखें ।

उत्तर ⇒भारतीय कृषि की दो सबसे बड़ी समस्याएँ हैं-

(i) वैज्ञानिक पद्धति का कुछ ही क्षेत्रों में प्रसार
(ii) फसलों का प्रति एकड़ कम उत्पादन।


6. प्रारंभिक जीविका कृषि किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒ इस प्रकार के कृषि पद्धति में किसान सिर्फ इतने ही फसल का उत्पादन करता है जिससे उसका एवं उसके परिवार का भरण-पोषण हो सके।


7. जीवन निर्वाह कृषि से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर ⇒ जीवन निर्वाह कृषि उस कृषि को कहते हैं, जिसमें उत्पादन का लक्ष्य अपना तथा अपने परिवार का करण पोषण मात्र है। इस प्रकार की कृषि मुख्य रूप से विकासशील देश तथा पिछड़े देशों में देखने को मिलती है। इस प्रकार की कृषि में सुविधाओं की नमी के कारण प्रति हेक्टर उत्पादन काफी कम होता है।


8. भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का क्या महत्त्व है ?

उत्तर ⇒भारतीय अर्थव्यवस्था पूर्णत: कृषि पर आधारित है। कृषि से ही देश को विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री प्राप्त होती है। इसी से विभिन्न प्रकार के उद्योगों के लिए कच्चा माल प्राप्त होता है। इसके अलावा कपि से रोजगार एवं विदेशी मुद्रा की भी प्राप्ति होती है। अत: हम कह सकते हैं कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।


9. भारत में गहन कृषि के लिए कौन-सी सुविधा पाई जाती है ? समझावें।

उत्तर ⇒भारत में तेजी से बढ़ती जनसंख्या का दबाव और सीमित कृषि योग्य भूमि के कारण गहन कृषि अपनाई गयी है।
भारत मानसूनी वर्षा वाला देश है। वर्षा एक विशेष मौसम में होती है और अनियमित रूप से होती है कहीं बाढ जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है और कहीं वर्षा का अभाव देखने को मिलता है। ऐसे क्षेत्रों में सिंचाई का सहारा लिया जाता है। हिमालय से निकलने वाली नदियाँ सदा जलपरित रहती हैं। उन नदियों पर बांध बनाकर नहरें निकाली गयी है और उनसे जलाभाव क्षेत्रों की सिंचाई की सुविधा प्रदान की गयी है। भारत के मैदानी भागों में जलोढ़ मिट्टी पायी जाती है जो अत्यंत उपजाऊ है इन्हीं कारणों से भारत में गहन कृषि की जाती है।


10. कृषि कार्य का मुख्य उद्देश्य क्या हैं ? समझावें।

उत्तर ⇒कृषि कार्य का मुख्य उद्देश्य है भोजन उपलब्ध कराना। यह कृषि आधारित उद्योगों को कच्चा माल उपलब्ध कराता है। कृषि कार्य से जो उपज प्राप्त होता है उसके निर्यात से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। देश का 24% आय कृषि कार्य से ही प्राप्त होता है। राष्ट्रीय आय में कृषि का एक महत्त्वपूर्ण योगदान है। आज भी ग्रामीण लोगों को रोजगार प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य है।


11. व्यापारिक कृषि और निर्वाह कृषि में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर ⇒ व्यापारिक कृषि – व्यापारिक दृष्टिकोण से की जाने वाली कृषि व्यापारिक कृषि कही जाती है। इस कृषि में अत्याधुनिक कृषि तकनीक, रासायनिक खाद, परिष्कत बीज, सिंचाई, कीटनाशक आदि का उपयोग किया जाता है। जैसे -गन्ना, जूट, मूंगफली आदि।
निर्वाह कृषि–परंपरागत तरीकों से जैसे हल, बैल, कुदाल आदि की सहायता से की जाने वाली कृषि जिसमें फसल उत्पादन जीविका निर्वाह के लिए किया जाता है निर्वाह कृषि कहलाती है। इस कृषि पर जनसंख्या का बोझ अधिक होता है एवं आधुनिक तकनीक का प्रयोग कम किया जाता है।जैसे चावल, गेहूँ, मकई आदि।


12. गहन कृषि की विशेषताओं को लिखें।

उत्तर ⇒ गहन या सघन कृषि की मुख्य विशेषताएँ हैं –

(i) कृषि की उन्नत तकनीक के प्रयोग के कारण प्रतिहेक्टेयर उत्पादन अधिक होता है।
(ii) नमी की अधिकता के कारण निचली जमीन में सघन कृषि की जाती है।
(iii) इस कृषि के तहत धान एवं गेहूँ सहित अन्य खाद्यान्नों की खेती की जाती है।
(iv) इस कृषि पद्धति में उर्वरकों का कम उपयोग किया जाता है।
(v) अधिक खर्च करके कम जमीन से अधिक उत्पादन प्राप्त करना इस खेती की मुख्य विशेषता है।


13. शुद्ध राष्ट्रीय आय में कृषि उत्पाद के योगदान की चर्चा कीजिए।

उत्तर ⇒शुद्ध राष्ट्रीय आय में भारतीय कृषि उत्पाद का महत्त्वपूर्ण योगदान है। देश की 24% आय कृषि उत्पाद से प्राप्त होती है। आंतरिक एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भी कृषि की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। आंतरिक व्यापार से रेल की आय एवं विदेशी व्यापार से तटकर की आय बढ़ती है। इस प्रकार भारतीय कृषि यहाँ की जनसंख्या को भोजन प्रदान करते हए उद्योग धंधों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराती है। साथ ही कृषि उपज के निर्यात से विदेशी मुद्रा की प्राप्ति भी होती है।


14. हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर ⇒ सन् 1960 के दशक में पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तरप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में एक क्रांति हुई थी जिसे हरित क्रांति कहते हैं। यह भारत को कृषि के मामले में आत्मनिर्भर बनाया। इसमें सर्वाधिक उपज गेहूँ की हुई थी। इस क्रांति के जनक डॉ० एम०एस० स्वामीनाथन थे। इसमें उत्तम बीजों एवं खाद का प्रयोग किया गया था।


15. भारत विश्व का एक अग्रणी चाय निर्यातक देश है क्यों ? कारण बताएँ।

उत्तर ⇒ भारत में चाय उत्पादन के लिए अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियाँ पायी जाती है और चाय का उत्पादन भी भरपूर किया जाता है। परंतु भारत एक गर्म देश है जहाँ इसकी खपत ठंडे देशों की तुलना में कम है। यहाँ की चाय उत्तम किस्म की होती है, जिसका विश्व बाजार में अत्यधिक माँग है। इसीलिए भारत चाय के निर्यात में अग्रणी है।


16. शुष्क क्षेत्र से आपका क्या अभिप्राय है ?

उत्तर ⇒जिस स्थान पर 75 सेमी० से कम वर्षा होती है, उस स्थान को शुष्क क्षेत्र के अंतर्गत रखा जाता है। शुष्क क्षेत्र की कृषि को ‘शुष्क भूमि कृषि’ कहा जाता है।


17. जल दुर्लभता  (Water scarcity)  क्या है? जल दुर्लभता के लिए उत्तरदायी किन्हीं चार कारकों का उल्लेख करें।

उत्तर ⇒ माँग की तुलना में जल की कमी को जल दुर्लभता कहा जाता है।

उत्तरदायी कारक
(i) अति शोषण, (ii) अनुचित प्रबन्धन, (iii) समाज के विभिन्न वर्गों में जल का असमान वितरण, (iv) औद्योगिकीकरण तथा शहरीकरण।


18. नगदी और रोपण फसल में अंतर बताएँ।

उत्तर ⇒नगदी फसल-छोटे या बड़े आकार के भूखंड पर अधिक से अधिक मुद्रा की प्राप्ति के उद्देश्य से इस प्रकार के फसल उगाए जाते हैं। जैसे—तंबाकू, मसाला आदि। के रोपण फसल-रोपन कृषि भी एक प्रकार की व्यापारिक कृषि ही है। इस कृषि में उद्योग की तरह ही मैनेजर एवं मजदूर की व्यवस्था होती है और मिल मालिक की तरह इसमें कृषक की स्थिति होती है। ऐसी कृषि बड़े-बड़े फार्मों में यंत्रों एवं अन्य आधुनिक तकनीक से की जाती है।


19. मनुष्यों की मूलभूत आवश्यकताएँ क्या हैं ?

उत्तर ⇒वे सभी आवश्यकताएँ जो मानव के अस्तित्व के लिए अत्यंत आवश्यक हैं मूलभूत आवश्यकताएँ कहलाती हैं।जैसे—रोटी, कपड़ा और मकान।


20.भारतीय लोगों के आजीविका का मुख्य आधार क्या है ?

उत्तर ⇒भारत की लगभग दो तिहाई आबादी प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कृषि कार्य में लगी है। यही उसकी आजीविका का मुख्य आधार है। देश के किसान इस पर सर्वाधिक निर्भर हैं। कृषि का राष्ट्रीय उत्पादन में भी काफी बड़ा योगदान है।


21. स्वतंत्रता के बाद पंचवर्षीय योजनाओं में कृषि के विकास के लिए कौन-से महत्त्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं ?

उत्तर ⇒इसके अंतर्गत खेती में उन्नत तकनीक अपनाई गई है. उत्तम बीज का विकास किया गया है तथा रासायनिक उर्वरक का तेजी से प्रयोग होने लगा है। हरित क्रांति के लिए प्रयास कर सफल बनाया गया। किसान क्रेडिट कार्ड इत्यादि नवीन योजनाएँ लायी गई हैं।


22. भारत में उपजाए जानेवाले प्रमुख खाद्य और व्यावसायिक फसलों के नाम लिखिए।

उत्तर ⇒प्रमुख खाद्य फसल-धान, गेहूँ, मक्का, दलहन, तेलहन, ज्वार, बाजरा, रागी। प्रमख व्यावसायिक फसल-गन्ना, चाय, कॉफी, गर्म मसाले रबर आदि।


23. रबी फसलें क्या हैं ? चार उदाहरण दें।

उत्तर ⇒रबी फसलें को शीत ऋतु में अक्टूबर से दिसम्बर के मध्य बोया जाता है तथा ग्रीष्म ऋतु में अप्रैल से जून के मध्य काटा जाता है। (i) गेहँ, (ii) जो (iii) चना तथा (iv) मटर।


24. फसल प्रारूप किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒फसलों को मौसम के अनुरूप उपजाया जाता है। भारत में कृषि के र प्रमुख फसलें हैं-

(i) खरीफ मानसून पूर्व में। (ii) रबी वर्षा के बाद जाडा के प्रारंभ में। (iii) जायद यह ग्रीष्म में अल्पावधि के लिए होता था।


25. अजैव संसाधन किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒ वे सभी संसाधन जिनका निर्माण निर्जीव पदार्थों से हुआ है। अजैव संसाधन कहलाते हैं। जैसे-चट्टानें।


26. बफर स्टॉक क्या है ?

उत्तर ⇒सरकार विभिन्न कार्यक्रम जो गरीबों की सहायता के लिए चलाती है तथा आपदा के समय उपयोग के लिए जो अनाज संग्रह करके रखती है उसे बफर स्टॉक कहते हैं। यह कार्य भारत में फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा होता है।


27. ऑपरेशन फ्लड क्या है ?

उत्तर ⇒दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए श्वेत क्रांति के माध्यम से चलाया गया एक अभियान था। इसके प्रणेता थे डॉ० वर्गीज कुरियन।


28. श्वेत क्रांति किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒श्वेत क्रांति अथवा ऑपरेशन फ्लड का संबंध दुग्ध उत्पादन से है। इसको दुग्ध के अधिक मात्रा में उत्पादन के लिए चलाया गया था ।


29. भारत में उपजने वाली दो खाद्य, नकदी एवं रेशेवाली फसलों के नाम लिखें।
उत्तर ⇒खाद्य फसल – धान, गेहूँ
नकदी फसल – चाय, कहवा
रेशेदार फसल – कपास, जूट।


30. जायद फसल किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒खरीफ तथा रबी फसलों के बीच ग्रीष्म ऋतु में उपजाये जाने वाली फसलों को जायद फसल कहा जाता है। इसे गर्मा फसल भी कहा जाता है। उदाहरण—खीरा, ककड़ी।


31, धान, गेहूँ, गन्ना, चाय, कपास, जूट फसलों के उत्पादन करने वाले दो प्रमुख राज्यों के नाम लिखें।

उत्तर ⇒ धान – पश्चिम बंगाल, बिहार
गेहूँ – पंजाब, उत्तरप्रदेश
गन्ना – उत्तरप्रदेश, पंजाब
चाय – असम, पश्चिम बंगाल
कपास – महाराष्ट्र, गुजरात
जूट – पश्चिम बंगाल, बिहार।


32. खाद्य सुरक्षा किसे कहा जाता है ?

उत्तर ⇒ मानव की मूलभूत आवश्यकता है, रोटी, कपड़ा और मकान। प्रत्येक नागरिक के लिए भोजन के साथ-साथ पोषण प्रदान करना, खाद्य सुरक्षा कहलाता है। इसे सरकार जन वितरण प्रणाली के माध्यम से करती है।


33. भारत कपास का आयातक एवं निर्यातक दोनों है क्यों ? कारण बताएँ।

उत्तर ⇒ भारत विश्व का एक प्रमुख कपास उत्पादक देश है। कपास का अधिक उत्पादन होने के कारण भारत कपास का निर्यात करता है। साथ ही भारत में वस्त्रोद्योग अधिक संख्या में स्थापित हैं जिसके लिए अच्छे किस्म की कपास की जरूरत होती है जो भारत में उपलब्ध नहीं है। इसलिए अच्छे किस्म का कपास भारत को आयात करना पड़ता है। यही कारण है कि भारत कपास का आयातक और निर्यातक दोनों है।


34. गन्ने की उपज उत्तरी भारत की अपेक्षा दक्षिण भारत में अधिक है क्यों ? कारण बताएँ।

उत्तर ⇒ गन्ना एक ऊष्ण एवं उपोष्ण कटिबंधीय फसल है। जिसके लिए 21°C से 27°C तापमान और 75 cm से 100 cm वार्षिक वर्षा की जरूरत पड़ती है। दक्षिण भारत में उत्तर भारत के तुलना में ये सारी अनुकूल परिस्थितियाँ अधिक उपलब्ध हैं। साथ ही दक्षिण भारत के गन्ना उत्पादक राज्य तटीय भाग में पड़ने के कारण जलवाय में आर्द्रता अधिक होती है जो अधिक उपज में सहायक होती है। इसीलिए गन्ने की उपज दक्षिण भारत में अधिक है।


35. कपास की खेती दक्कन प्रदेश की काली मिट्टी में अधिकांशतः होती है क्यों ? कारण बताएँ।

उत्तर ⇒ कपास की खेती के लिए लावानिर्मित काली मिट्टी बहुत उपयक्त होती है। क्योंकि इसमें नमी बनाये रखने की क्षमता होती है। पुनः तेज व चमकीली धुप कपास के पौधों को बढ़ने में मदद पहुंचाती है। ये भौगोलिक परिस्थितियाँ दक्षिण भारत में मिलती है। इसीलिए दक्कन प्रदेश की काली मिट्टी में अधिकांशतः कपास की खेती की जाती है।


36. वैश्विक प्रतिस्पर्द्धा का सामना करने के लिए भारत को क्या कदम उठाना होगा ?

उत्तर ⇒वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए भारत को अपनी कृषि सम्बंधित क्षमताओं को सुनियोजित ढंग से उपयोग करना होगा। जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग के अलावा राष्ट्रीय बाजार का एकीकरण इस दिशा में एक महत्त्वपर्ण कदम सकता है। इसके लिए सड़क, बिजली, सिंचाई, ऋण की सुविधा आदि उपलब्ध करना परम आवश्यक है। इसके बिना कृषि को वैश्वीकरण के अनुचित प्रभाव से बचा पाना संभव नहीं है।


Geography ( भूगोल ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 भारत : संसाधन एवं उपयोग
2 कृषि ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
3 निर्माण उद्योग ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
4 परिवहन, संचार एवं व्यापार
5 बिहार : कृषि एवं वन संसाधन
6 मानचित्र अध्ययन ( लघु उत्तरीय प्रश्न )

History ( इतिहास ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 यूरोप में राष्ट्रवाद
2 समाजवाद एवं साम्यवाद
3 हिंद-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
4 भारत में राष्ट्रवाद 
5 अर्थव्यवस्था और आजीविका
6 शहरीकरण एवं शहरी जीवन
7 व्यापार और भूमंडलीकरण
8 प्रेस-संस्कृति एवं राष्ट्रवाद

Political Science  लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
2 सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
3 लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष
4 लोकतंत्र की उपलब्धियाँ
5 लोकतंत्र की चुनौतियाँ

Economics ( अर्थशास्त्र ) लघु उत्तरीय प्रश्न

1 अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
2 राज्य एवं राष्ट्र की आय
3 मुद्रा, बचत एवं साख
4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ
5 रोजगार एवं सेवाएँ
6 वैश्वीकरण ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
7 उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण

Aapda Prabandhan Subjective 2022

  1 प्राकृतिक आपदा : एक परिचय

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