1. अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास ( लघु उत्तरीय प्रश्न )


1. एक अर्थव्यवस्था के कौन-कौन से क्षेत्र होते हैं ?

उत्तर :- एक अर्थव्यवस्था का वर्गीकरण प्रायः दो दूष्टियों से किया जाता है। स्वामित्व के आधार पर तथा व्यवसाय के आधार पर। स्वामित्व के आधार पर इसके दो प्रमुख क्षेत्र हैं—निजी क्षेत्र एवं सार्वजनिक क्षेत्र। व्यवसाय के आधार पर इसके तीन प्रमुख क्षेत्र होते हैं प्राथमिक क्षेत्र, द्वितीयक क्षेत्र तथा तृतीयक क्षेत्र।


2. अर्थव्यवस्था के विभिन्न प्रकारों की विवेचना कीजिए।

उत्तर :- अर्थव्यवस्था दो आधार पर वर्गीकृत की जाती है :

(1) विकास के आधार पर – विकास के आधार पर अर्थव्यवस्था दो प्रकार की होती है।

(i) विकसित अर्थव्यवस्था,
(ii) विकासशील अर्थव्यवस्था

(2) स्वामित्व के आधार पर स्वामित्व के आधार पर अर्थव्यवस्था तीन प्रकार की होती है।

(i) पूँजीवादी अर्थव्यवस्था,
(ii) समाजवादी अर्थव्यवस्था,
(iii) मिश्रित अर्थव्यवस्था,


3. मिश्रित अर्थव्यवस्था क्या है ?

उत्तर :- मिश्रित अर्थव्यवस्था पूँजीवाद एवं समाजवाद इन दोनों अर्थव्यवस्था के बीच का मार्ग है। इस प्रकार की अर्थव्यवस्था निजी उद्यम तथा सरकार दोनों के द्वारा संचालित होती है। इसके अंतर्गत अर्थव्यवस्था के कुछ महत्त्वपूर्ण क्षेत्र सरकार के अधीन होते हैं तथा शेष निजी उद्यम के हाथ में क्षेत्र दिए जाते हैं। इस व्यवस्था को हम पूँजीवाद एवं समाजवाद के बीच का स्वर्णिम मार्ग कह सकते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था मिश्रित अर्थव्यवस्था का उदाहरण है।


4. पंजीवादी तथा समाजवादी अर्थव्यवस्था में क्या अंतर है? समझावें।

उत्तर :- पूँजीवादी अर्थव्यवस्था आर्थिक व्यवस्था का वह रूप है जिसमें संपत्ति एवं उत्पादन के साधनों पर किसी व्यक्ति या निजी संस्था का अधिकार रहता है। इस प्रकार की अर्थव्यवस्थाएँ लाभ के लिए चलाई जाती हैं। जबकि समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन के सभी साधनों का प्रबंधन सरकार के हाथों में होता है। यह सामाजिक कल्याण के उद्देश्यों से चलाई जाती हैं।


5. अर्थशास्त्र में उत्पादन के कौन-कौन साधन हैं ? उदाहरण दें।

उत्तर :- उत्पादन के निम्नलिखित पाँच साधन हैं –

(i) भूमि
(ii) श्रम
(iii) पूँजी
(iv) संगठन
(v) साहस


6. पूँजीवादी अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं ?

उत्तर :- अर्थव्यवस्था का वह स्वरूप जिसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व निजी व्यक्तियों के पास होता है और इसका उपयोग अपने निजी लाभ के लिए करते हैं, जैसे—अमेरिकी अर्थव्यवस्था।


7. समाजवादी अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर :- समाजवादी अर्थव्यवस्था एक नई आर्थिक व्यवस्था है। इसके अंतर्गत उत्पादन के सभी साधन राज्य अथवा सरकार के अधीन होते हैं तथा उनपर राज्य का स्वामित्व और नियंत्रण होता है। इस व्यवस्था में अधिकतम सामाजिक कल्याण के उद्देश्य से वस्तओं और सेवाओं का उत्पादन एवं वितरण किया जाता है। समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन का उद्देश्य लाभ अर्जित करना नहीं, वरन लोककल्याण होता है। इसमें समाज के प्रत्येक सदस्य की आधारभूत आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास किया जाता है।


8. आधारभूत संरचना किसे कहते हैं?

उत्तर :- आधारिक संरचना का अर्थ उन सुविधाओं तथा सेवाओं से है जो देश के आर्थिक विकास के लिए सहायक होते हैं। इसके अन्तर्गत बिजली, परिवहन, संचार, बैंकिंग स्कल. कॉलेज, अस्पताल इत्यादि आते हैं।


9. आर्थिक आधारभूत संरचना का क्या महत्त्व है?

उत्तर :- आधारभुत संरचना पर ही अर्थव्यवस्था की अधिरचना खडी होती है। यह अर्थव्यवस्था की नींव है। बिजली. सडक. पानी. परिवहन एवं दरसंचार की सुविधा के बिना आधुनिक समय में उत्पादन बढ़ाने में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका है। जीवन-स्तर उठाने में प्रत्यक्ष रूप से सहायक है।


10. आर्थिक विकास का क्या अर्थ है ?

उत्तर :- ‘आर्थिक विकास’ दो शब्दों से बना है आर्थिक तथा विकास। इसके अंतर्गत सभी मानवीय, पूँजीगत तथा प्राकृतिक एवं तकनीकी संसाधनों का विकास शामिल किया जाता है।


11. आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले घटक कौन-से हैं? समझावें।

उत्तर :- प्रत्येक देश का आर्थिक विकास अनेक घटकों से प्रभावित होता है, जैसे—जनसंख्या की मात्रा, पूँजी का निर्माण, तकनीकी विकास आदि। इन्हीं घटकों को आर्थिक विकास के निर्धारक तत्त्व अथवा आधार कहा जाता है।


12. आर्थिक विकास को निर्धारित करने वाले कौन-कौन से घटक हैं ?

उत्तर :- आर्थिक विकास को निर्धारित करने वाले दो घटक हैं

(क) आर्थिक घटक जैसे—संसाधन, श्रमशक्ति इत्यादि तथा दूसरा
(ख) अनार्थिक घटक जैसे सामाजिक, राजनीतिक इत्यादि।


13. आर्थिक क्रियाएँ किसे कहते हैं ?

उत्तर :- वे सभी क्रियाएँ, जिनसे हमें आय की प्राप्ति होती है उन्हें आर्थिक क्रियाएँ कहते हैं, जैसे—व्यापार, उद्योग, चिकित्सा इत्यादि।


14. भारत में आर्थिक नियोजन के लिए कौन-सी संस्था जिम्मेवार है ? समझावें।

उत्तर :- भारत में आर्थिक नियोजन के लिए नीति (योजना) आयोग का गठन किया गया है। यह 15 मार्च, 1950 को अस्तित्व में आया। भारत के प्रधानमंत्री इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं। वर्तमान में इसके उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया हैं।


15. आर्थिक नियोजन किसे कहते हैं? नियोजन के मुख्य उद्देश्य क्या है। 

उत्तर :- आर्थिक नियोजन का अर्थ है देश के आय को इस प्रकार खर्च करना की सर्वांगीण तथा सतत् विकास हो। भारत में यह कार्य नीति (योजना) आयोग करती है। इसका मुख्य उद्देश्य है

(i) संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करना।
(ii) आय के स्रोतों को बढ़ाना।
(iii) सामाजिक कल्याण से संबंधित कार्यों के लिए भी राशि का आवंटन।
(iv) प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए योजना का निर्माण करना।


16. आर्थिक नियोजन क्या है? संक्षेप में व्याख्या करें।

उत्तर :- योजना आयोग के शब्दों में “आर्थिक नियोजन का अर्थ राष्ट्र की प्राथमिकताओं के अनुसार देश के संसाधनों का विभिन्न विकासात्मक क्रियाओं में प्रयोग करना है।” भारत में यह कार्य राष्ट्रीय विकास परिषद एवं योजना आयोग के माध्यम से किया जाता है। इस प्रकार योजनाओं के द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार विकास की गति को तेज कर आर्थिक विकास करती चली आ रही है।


17. बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने के क्या उपाय हैं ?

उत्तर :- इसके निम्नलिखित उपाय हैं—

(i) जनसंख्या नियंत्रण,
(ii) शिक्षा का प्रसार,
(iii) बाढ़ पर नियंत्रण एवं
(iv) उद्योगों का विकास।


18. बिहार राज्य के पिछड़ेपन के किन्हीं चार मुख्य कारणों को लिखें ?

उत्तर :- बिहार राज्य के पिछड़ेपन के निम्न कारण हैं

(i) अशिक्षा,
(ii) जनसंख्या,
(iii) तकनीक का अभाव तथा
(iv) पूँजी एवं आधारिक संरचना का अभाव।


19. उपनिवेश किसे कहते हैं ?

उत्तर :- जब कोई शक्तिशाली राष्ट्र, अपने से कमजोर राष्ट्र के ऊपर कब्जा कर लेता है और उसका आर्थिक एवं राजनीतिक शोषण प्रारंभ कर देता है। उसके द्वारा कब्जे में लिए गए देश को ही उपनिवेश कहते हैं। भारत भी 15 अगस्त, 1947 से पूर्व ब्रिटेन का एक उपनिवेश था।


20. कृषि जनित उद्योग किसे कहते हैं ?

उत्तर :- ऐसा उद्योग जो कृषि उत्पादन पर आश्रित है या जिनके उत्पादन में कृषि से कच्चा माल आता है, उसे कृषि जनित उद्योग कहते हैं। जैसे—आम से अचार बनाना, टमाटर से टमाटर की चटनी (सोस) बनाना आदि।


21. नरेगा का पूर्ण रूप लिखें।

उत्तर :- राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (National Rural Employment Guarantee Act) के तहत शुरू की गई है। यह संक्षेप में (नरेगा) “NAREGA” कहा जाता है।


22. सार्वजनिक वितरण प्रणाली से क्या समझते हैं ?

उत्तर :- सार्वजनिक वितरण प्रणाली ऐसी प्रणाली है जिसके तहत क्षेत्र के नागरिकों को खाने के लिए रोटी उचित सरकारी दर पर उपलब्ध करता है ताकि कोई भी गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले व्यक्ति भी निर्धारित कैलोरी को पूरा कर सके।


23. सार्वजनिक क्षेत्र क्या है ?

उत्तर :- सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत वे उद्योग या व्यवसाय आते हैं जिन पर सरकार का नियंत्रण रहता है। इस क्षेत्र के उद्योग सरकार द्वारा संचालित एवं नियमित होते हैं तथा सरकार ही उनका एक मात्र स्वामी या प्रमुख अंशधारी होती है। यह क्षेत्र में उत्पादन की प्रक्रिया में लोक कल्याण को अधिक महत्व देता है।


24. कुल (सकल) घरेलू उत्पाद क्या है ?

उत्तर :- किसी देश के सामान्य निवासियों द्वारा अपनी भौगोलिक सीमा के अन्तर्गत एक लेखा वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के मौद्रिक मूल्य को कुल (सकल) घरेलू उत्पाद कहा जाता है। इसमें देश के नागरिकों तथा गैर-नागरिकों के अंशदान को शामिल किया जाता है। यह किसी भी देश के जीवन स्तर का एक संकेत देता है।


25. मानव विकास रिपोर्ट क्या है ?

उत्तर :- यह यू० एन० डी० पी० (संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम) द्वारा तैयार की गई वह रिपोर्ट है जिसमें विभिन्न देशों की तुलना लोगों की शैक्षिक स्तर, स्वास्थ्य . एवं प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर करता है। मानव विकास रिपोर्ट 2004 के अनुसार भारत का स्थान 126 वाँ है।


26. सतत् विकास या पोषणीय विकास की अवधारणा क्या है ?

उत्तर :- ऐसी अवधारणा जिसके अंतर्गत वर्तमान आवश्यकता की पूर्ति करते समय इस बात का पूर्ण ख्याल रखा जाता है कि विकास का क्रम सतत् जारी रहे; टिकाऊ हो। इसमें भविष्य की जरूरतों का खास ख्याल रखा जाता है। ब्रुण्डलैंड आयोग के अनुसार “सतत् विकास वह प्रक्रिया है जिसमें वर्तमान की आवश्यकताएँ बिना भावी पीढ़ी की क्षमता, योग्यताओं से समझौता किए, पूरी की जाती हैं।


27. राष्ट्रीय विकास परिषद का गठन क्यों किया गया ?

उत्तर :- भारत में राष्ट्रीय विकास परिषद का गठन 6 अगस्त, 1952 को किया गया था। इसका गठन आर्थिक नियोजन की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए नीति (योजना) आयोग तथा विभिन्न राज्यों की सरकारों के मध्य तालमेल स्थापित करने हेतु किया गया। राज्यों के मुख्यमंत्री इसके पदेन सदस्य होते हैं। प्रत्येक पंचवर्षीय योजना का अनुमोदन राष्ट्रीय विकास द्वारा ही होता है।


28. समावेशी विकास से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर :- आर्थिक विकास की जिस पद्धति या प्रक्रिया से समाज के सभी वर्गों का जीवन स्तर ऊँचा होता जाता है तथा समाज का कोई भी वर्ग विकास के लाभ से अछूता नहीं है तो ऐसे ही विकास की क्रिया को समावेशी विकास कहते हैं।


29. गरीबी गरीबी को जन्म देती है। कैसे ?

उत्तर :- गरीब इसलिए गरीब है कि इनमें गरीबी के कारण उनकी आय कम होती है। अशिक्षा और अज्ञानता के कारण बच्चों की पैदाईश (जन्म) अधिक होती है, फलतः उनकी अगली पीढ़ी अधिक गरीब हो जाती है। गरीबी का कुचक्र अनवरत चलता रहता है। इसका अर्थ है कि गरीबी ही गरीबी को जन्म देती है।


30. बुंडलैंड आयोग ने सतत् विकास को कैसे परिभाषित किया है ?

उत्तर :- सतत् विकास का अर्थ होता है, ऐसा विकास जो जारी रहे, टिकाऊ रहे। बंडलैंड आयोग ने सतत् विकास को परिभाषित करते हुए बताया है कि “विकास की वह प्रक्रिया जिसमें वर्तमान की आवश्यकताएँ, बिना भावी पीढ़ी की क्षमता, योग्यता से समझौता किए पूरी की जाती है।”


31. गरीबी रेखा से आपका क्या अभिप्राय है ? इसका कैलोरी के आधार पर कैसे निर्धारण होता है ?

उत्तर :- गरीबी रेखा से नीचे हम उस जनसंख्या को शामिल करते हैं, जिसकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति भी संभव न हो। ___ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले वैसे लोग जिन्हे 2400 कैलोरी तथा शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिव्यक्ति, प्रतिदिन प्राप्त होता हो, गरीबी रेखा से नीचे माना गया है। उन्हें बी० पी० एल० के नाम से भी जाना जाता है।


32. गरीबी को परिभाषित करें।

उत्तर :- वैसी स्थिति जब किसी व्यक्ति को जीवन की न्यूनतम आधारभूत आवश्यकताएँ—भोजन, वस्त्र एवं आवास की सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, गरीबी कहलाती है। निर्धनता का दूसरा नाम कम वास्तविक आय है।


33. गरीबी के दुश्चक्र का क्या अभिप्राय है ?

उत्तर :- गरीबी, गरीबी को जन्म देती है जिसे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रैगनर नम ने गरीबी के दुश्चक्र के रूप में परिभाषित किया है। इनके अनुसार लोग गरीब इसलिए हैं कि उनमें गरीवी है और गरीव इसलिए गरीव होते हैं क्योंकि उन्हें अपनी न्यूनतम आवश्यकताओं को भी पूरा करने के लिए उनकी आय कम होती है। पुनः अगली पीढ़ी में भी स्थिति बनी रहती है और गरीवी का कुचक्र चलता रहता है।


34. बीमारू राज्यों में भारत के किन प्रांतों को शामिल किया जाता है ?

उत्तर :- इसके अंतर्गत बिहार, मध्यप्रदेश, असम, राजस्थान तथा उत्तरप्रदेश को शामिल किया जाता है।
आर्थिक पिछड़ेपन के कारण इन्हें इस नाम से जाना जाता है। ..


35. तीसरा संसार अथवा दक्षिण किसे संबोधित किया जाता है ?

उत्तर :- वे अर्थव्यवस्थाएँ जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें तीसरा संसार अथवा दक्षिण या विकासशील अर्थव्यवस्था कहते हैं। जैसे—भारत, बांग्लादेश, नेपाल इत्यादि।


36. जीवन की भौतिक गुणवत्ता के प्रमुख सूचक कौन-से हैं ? समझायें।

उत्तर :- जीवन की भौतिक गुणवत्ता के प्रमुख सूचक हैं

(i) प्रत्याशित औसत आयु- भारत में औसत प्रत्याशित आयु आज भी विकसित देशों की तुलना में कम है। महिलाओं की औसत आयु 66.9 वर्ष है जबकि पुरुषों की औसत आयु 63.9 है। जबकि विश्व के विकसित देशों में यह 70 वर्ष से अधिक है।

(ii) शिशु मृत्यु दर—एक वर्ष की आयु से पहले मृत्यु शिशु मृत्यु कहलाती है। शिशु मृत्यु दर प्रति हजार जीवित जन्मे शिशुओं की मृत्यु की संख्या है।

(iii) मौलिक साक्षरता दर-किसी समाज में 15 वर्ष की कुल जनसंख्या, 15 वर्ष से ऊपर की साक्षर लोगों की संख्या के प्रतिशत को मौलिक साक्षरता दर के रूप में जाना जाता है।


Geography ( भूगोल ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 भारत : संसाधन एवं उपयोग
2 कृषि ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
3 निर्माण उद्योग ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
4 परिवहन, संचार एवं व्यापार
5 बिहार : कृषि एवं वन संसाधन
6 मानचित्र अध्ययन ( लघु उत्तरीय प्रश्न )

History ( इतिहास ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 यूरोप में राष्ट्रवाद
2 समाजवाद एवं साम्यवाद
3 हिंद-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
4 भारत में राष्ट्रवाद 
5 अर्थव्यवस्था और आजीविका
6 शहरीकरण एवं शहरी जीवन
7 व्यापार और भूमंडलीकरण
8 प्रेस-संस्कृति एवं राष्ट्रवाद

Political Science  लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
2 सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
3 लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष
4 लोकतंत्र की उपलब्धियाँ
5 लोकतंत्र की चुनौतियाँ

Economics ( अर्थशास्त्र ) लघु उत्तरीय प्रश्न

1 अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
2 राज्य एवं राष्ट्र की आय
3 मुद्रा, बचत एवं साख
4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ
5 रोजगार एवं सेवाएँ
6 वैश्वीकरण ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
7 उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण

Aapda Prabandhan Subjective 2022

  1 प्राकृतिक आपदा : एक परिचय

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