हिंद चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन SUBJECTIVE QUESTION | मैट्रिक परीक्षा 2021

हिंद चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन SUBJECTIVE

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1. हिन्द-चीन का अर्थ क्या है ?

उत्तर- हिन्द-चीन का तात्पर्य तत्कालीन 2.8 लाख वर्ग कि०मी० में फैले उस प्रायद्वीपीय क्षेत्र से है जिसमें आज के वियतनाम, लाओस ओर कम्बोडिया के क्षेत्र आते हैं। इनकी उत्तरी सीमा म्यांमार एवं चीन को छूती है। दक्षिण में चीन सागर है और इसके पश्चिम में भी म्यांमार का क्षेत्र पड़ता है।


2. माई-ली गाँव की घटना क्या थी इसका क्या प्रभाव पड़ा ?

उत्तर–दक्षिणी वियतनाम में एक गाँव था जहाँ के लोगों को वियतकांग समर्थक मान अमेरिकी सेना ने पूरे गांव को घेरकर पुरुषों को मार डाला, औरतों बच्चियों को बंधक बनाकर कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया फिर उन्हें भी मारकर पूरे गाँव में आग लगा दिया । लाशों के बीच दबा एक बूढ़ा जिन्दा बच गया था जिसने इस घटना को उजागर किया था।
माई-ली गाँव की घटना उजागर होने पर अमेरिकी सेना की आलोचना सम्पूर्ण विश्व में होने लगी।


3.हिन्द-चीन में फ्रांसीसी प्रसार का वर्णन करें।

उत्तर- फ्रांसीसी कम्पनी हिन्द-चीन में प्रसार करने में सक्रिय था । फ्रांसीसी व्यापारियों के साथ-साथ पादरी भी इस क्षेत्र में आने लगी । 1747 ई. के बाद फ्रांस अन्नाम में रुचि लेने लगा। किन्तु अभी भी इस क्षेत्र में उसकी पकड़ कमजोर थी। उन्नीसवीं सदी में इस क्षेत्र में फ्रांसीसी पादरियों की बढ़ती गतिविधियों के विरुद्ध उग्र आंदोलन प्रारम्भ हो गया। इससे फ्रांस को अपनी सैन्य शक्ति के प्रयोग का बहाना मिला । उसने सैन्य बल के आधार पर 1862 ई. में अन्नाम को संधि के लिए बाध्य किया। इसी प्रकार 1863 ई० में कम्बोडिया पर तथा 1883 ई० में तोंकिन पर . अधिकार कर लिया। इस प्रकार बीसवीं सदी की शुरुआत तक संपूर्ण हिन्द-चीन क्षेत्र फ्रांस के नियंत्रण में आ गया ।


4. एकतरफा अनुबंध व्यवस्था क्या थी ?

उत्तर- एकतरफा अनुबंध व्यवस्था एक तरह की बंधुआ मजदूरी थी जिसमें मजदूरों को कोई अधिकार प्राप्त नहीं था, जबकि मालिक को असीमित अधिकार प्राप्त थे। रबर बागानों के खेतों एवं खानों में मजदूरों से एकतरफा अनुबंध व्यवस्था पर काम लिया जाता था।


5. होआ-होआ आन्दोलन की चर्चा करें।

उत्तर-जेनेवा समझौते के बाद दक्षिण वियतनाम में गृहकलह की स्थिति बन गई। इसमें एक धार्मिक वर्ग होआ-होआ द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन की मुख्य भमिका थी। होआ-होआ आन्दोलन के काफी आक्रामक हो जाने पर न्यो-दिन्ह ने बड़ी क्रूरतापूर्वक इस दबाया।


6. बाओदाई कौन था ?

उत्तर – बाओदाई अन्नाम का राजा था। 1945 ई० में वियतनाम गणराज्य बन जाने के कारण 25 अगस्त, 1945 ई० को राजसिंहासन छोड लंदन में बस गया। . 1949 ई० में फ्रांस ने बाओदाई को सैनिक सहायता के साथ दक्षिण वियतनाम का शासक बना दिया। बाओदाई स्वयं की कमजोर स्थिति को समझता था। जेनेवा समझौते के बाद भी बाओदाई प्रायः फ्रांस में ही रहता था।


7. जेनेवा समझौता कब और किंनके बीच हुआ ?

उत्तर – जेनेवा समझौता मई, 1954 ई० में हिन्द-चीन समस्या पर वार्ता हेतु बुलाये गये सम्मेलन में हुआ। इसमें वियतनाम को दो हिस्सों में बाँट दिया गया तथा लाओस तथा कम्बोडिया में वैध राजतंत्र को स्वीकार कर संसदीय शासन-प्रणाली को अपनाया गया।


8. हो-ची-मिन्ह का संक्षिप्त परिचय दें।

उत्तर- वियतनामियों की रसद सप्लाई मार्ग हो-ची-मिन्ह मार्ग था। वस्तुतः हो-ची-मिन्ह मार्ग हनोई से चलकर लाओस, कम्बोडिया के सीमा क्षेत्र से गुजरता हुआ दक्षिणी वियतनाम तक जाता था जिससे सैकड़ों कच्ची पक्की सड़कें पूरे वियतनाम निकलकर जुड़ी थीं। अमेरिका सैकड़ों बार इसपर बमबारी कर चुका था परन्तु वियतकांग एवं उसके समर्थित लोग तुरंत उसकी मरम्मत कर लेते थे। इसी मार्ग पर नियंत्रण के चक्कर में अमेरिका लाओस कम्बोडिया पर आक्रमण भी कर दिया था, परन्तु तीनतरफा संघर्ष में फंसकर उसे वापस होना पड़ा था


9. हिन्द-चीन में यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों के आगमन का वर्णन करें।

उत्तर – 1570 ई. में मलक्का को केन्द्र बनाकर पुर्तगाली हिन्द-चीनी देशों के साथ व्यापार करने लगे । तत्पश्चात् डच, ब्रिटिश और फ्रांसीसी कंपनियों का इस क्षेत्र में आगमन हुआ।


10. हो-ची-मिन्ह मार्ग क्या है ?

उत्तर—वियतनामियों की रसद सप्लाई मार्ग हो-ची-मिन्ह मार्ग था। वस्ततः हो-ची-मिन्ह मार्ग हनोई से चलकर लाओस, कम्बोडिया के सीमा क्षेत्र से गुजरता हुआ दक्षिणी वियतनाम तक जाता था जिससे सैकड़ों कच्ची पक्की सड़कें पूरे वियतनाम निकलकर जुड़ी थीं। अमेरिका सैकड़ों बार इसपर बमबारी कर चुका था, परन्तु वियतकांग एवं उसके समर्थित लोग तुरंत उसकी मरम्मत कर लेते थे। इसी मार्ग पर नियंत्रण के चक्कर में अमेरिका ने लाओस-कम्बोडिया पर आक्रमण भी कर दिया था परन्तु तीनतरफा संघर्ष में फंसकर उसे वापस होना पड़ा था।


11. हो-ची-मिन्ह के संबंध में लिखें।

उत्तर- हो-ची-मिन्ह साम्यवाद से प्रभावित था। उसने 1925 ई० में ‘वियतनामी क्रांतिकारी दल’ का गठन किया एवं फ्रांसीसी साम्राज्यवाद से लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं के सैनिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की। 1930 ई० में राष्ट्रवादी गुटों को एकत्रित कर वियतनाम कांग सान देंग अर्थात् कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की। विश्वव्यापी आर्थिक मंदी एवं फ्रांसीसी सरकार की क्रूरता के कारण हो-ची-मिन्ह ने राष्ट्रवादी आंदोलन को तीव्र किया। द्वितीय विश्वयुद्ध में जापानी सेना के पराजित होने पर 2 सितम्बर, 1945 को उत्तरी वियतनाम को स्वतंत्र घोषित करते हुए डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ वियतनाम की स्थापना की।


12. लाओस एवं कम्बोडिया पर भारतीय प्रभाव का वर्णन करें।

उत्तर- लाओस एवं कम्बोडिया पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव पड़ा । इस क्षेत्र में बौद्ध धर्म एवं हिन्दू धर्म दोनों का प्रसार हुआ । चौथी सदी में स्थापित कम्बोज राज्य के शासक भारतीय मूल के थे। अतः, कम्बोज भारतीय संस्कृति का प्रधान केन्द्र बना । बारहवीं सदी में राजा सूर्यवर्मन ने प्रसिद्ध अंकोरवाट के मंदिर का निर्माण करवाया। यह हिन्दू धर्म का विश्व में सबसे बड़ा मंदिर है । सोलहवीं सदी में कंबोज का पतन हो गया और इसके बाद वहाँ आंतरिक अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गयी।


13. रासायनि हथियारों एवं एजेन्ट ऑरेज का वर्णन करें।

उत्तर – अमेरिका कम्बोडिया में जंटरीला एवं वियतनाम में नापाम बम तथा एजेंट ऑरेंज रासायनिक हथियारों का उपयोग संघर्ष के दौरान किया जो अत्यंत घातक एवं पर्यावरण के लिए घातक थे। 1969 में अमेरिका ने कंबोडिया में ‘जटरीला’ नामक रासायनिक छिड़काव किया जिससे 40 हजार एकड़ रबर वृक्ष समाप्त हो गये । नापाम बम रासायनिक हथियार था जो एक तरह का आर्गेनिक कम्पाउण्ड है। यह अग्नि बमों में गैसोलिन के साथ मिलकर एक ऐसा मिश्रण तैयार करता था जो त्वचा से चिपक जाता था और जलता रहता था। इसका व्यापक पैमाने पर वियतनाम में प्रयोग किया गया था।
एजेंट-ऑरेंज-यह एक ऐसा जहर था जिससे पेड़ों की पत्तियाँ झुलस जाती थी एवं पेड़ मर जाते थे। अमेरिका इनका इस्तेमाल जंगलों के साथ खेतों और आबादी दोनों पर जमकर किया। इस जहर का असरः आज भी नजर आता है जन्मजात विकलांगता एवं कैंसर के रूप में।


14. 1848 की फ्रांसीसी क्रांति के मुख्य तीन कारणों का उल्लेख करें ।

उत्तर-1848 ई० की फ्रांसीसी क्रांति के प्रमुख कारण थे-

(i) मध्यम वर्ग का शासन पर प्रभाव ।
(ii) राजनीतिक दलों में संगठन का अभाव ।
(iii) समाजवाद का प्रसार ।
(iv) लुई फिलिप की नीति की असफलता ।

इस क्रांति का सबसे प्रमुख कारण लुई फिलिप की नीति और जनता में उसके प्रति असंतोष था। वह जनता की तत्कालीन समस्याओं को सुलझाने में असमर्थ रहा जिसके कारण क्रांति का सूत्रपात हुआ।


15. जेनेवा समझौता के प्रावधानों का वर्णन करें। उत्तर-जेनेवा समझौता के प्रावधान –

(i) 17वीं अक्षांश रेखा द्वारा वियतनाम को दो भागों में विभाजित कर दिया गया ।

(ii) लाओस एवं कम्बोडिया में राजतंत्र को संवैधानिक राजतंत्र में बदल दिया गया, अर्थात् संसदीय शासन-प्रणाली अपनायी गयी ।

(iii) 1956 के मध्य के पहले सम्पूर्ण वियतनाम का चुनाव द्वारा एकीकरण कर एक सरकार का गठन किया जाए यदि जनता ऐसा चाहे।

(iv) जेनेवा समझौता के क्रियान्वयन की देखभाल के लिए एक त्रिसदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय निगरानी आयोग का गठन किया गया जिसके सदस्य भारत, कनाडा एवं पोलैण्ड थे।


Geography ( भूगोल ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 भारत : संसाधन एवं उपयोग
2 कृषि ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
3 निर्माण उद्योग ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
4 परिवहन, संचार एवं व्यापार
5 बिहार : कृषि एवं वन संसाधन
6 मानचित्र अध्ययन ( लघु उत्तरीय प्रश्न )

History ( इतिहास ) लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 यूरोप में राष्ट्रवाद
2 समाजवाद एवं साम्यवाद
3 हिंद-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
4 भारत में राष्ट्रवाद 
5 अर्थव्यवस्था और आजीविका
6 शहरीकरण एवं शहरी जीवन
7 व्यापार और भूमंडलीकरण
8 प्रेस-संस्कृति एवं राष्ट्रवाद

Political Science  लघु उत्तरीय प्रश्न 

1 लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
2 सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
3 लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष
4 लोकतंत्र की उपलब्धियाँ
5 लोकतंत्र की चुनौतियाँ

Economics ( अर्थशास्त्र ) लघु उत्तरीय प्रश्न

1 अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
2 राज्य एवं राष्ट्र की आय
3 मुद्रा, बचत एवं साख
4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ
5 रोजगार एवं सेवाएँ
6 वैश्वीकरण ( लघु उत्तरीय प्रश्न )
7 उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण

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